रुपिन्दर और जसविन्दर की गिरफ़्तारी के साथ सहोता का नाम जोड़ना गलत – ढोट
अमृतसर 26 सितंबर (पवित्र जोत) : इकबालप्रीत सिंह सहोता एक बहुत ही काबिल और तजुर्बेकार अधिकारी हैं और उनको डी जी पी नियुक्त करके पंजाब सरकार ने एक सही फ़ैसला लिया है । इन शबदों का प्रगटावा दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह जी खालसा ने किया। उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय के बाद पंजाब को एक गुरसिख डी जी पी मिला है lउन्होंने कहा कि बरगाड़ी अध्याय से तुरंत बाद जब सहोता जांच टीम के प्रमुख थे तो उनकी तरफ से न सिर्फ़ जांच सही दिशा की तरफ बढ़ाई गई बल्कि उन्होंने किसी भी बेदोश गुरसिख नौजवान पर कोई कार्यवाही भी नहीं होने दी थी।
सिख स्टूडैंट्स फेडरेशन (मेहता) के प्रधान अमरबीर सिंह ढोट ने कहा कि पंजाब पुलिस की कमान सहोता को ऐसे समय में मिली है जब पंजाब में नशा और गैंगस्टर को नकेल डालने की बहुत ज़रूरत है परन्तु कुछ लोगों की तरफ से सहोता का नाम बरगाड़ी अध्याय के बाद गिरफ़्तार किये गए रुपिन्दर और जसविन्दर की गिरफ़्तारी के साथ जोड़ लोगों का ध्यान उनकी काबलीयत से भटकाने की कोशिश की जा रही है । ढोट ने कहा कि रुपिन्दर और जसविन्दर की गिरफ़्तारी ज़िला पुलिस की तरफ से गई थी सहोता को जांच टीम का प्रमुख उनकी गिरफ़्तारी के बाद नियुक्त किया गया। इस लिए उनका नाम ऐसे विवादों के साथ जोड़ना सरासर गलत है l उन्होंने आशा जताई कि सहोता के नेतृत्व में पंजाब निवासी ज़रूर सुरक्षित महसूस करेंगे