डा.ओबराए के प्रयासों से रणजीत सिंह का मृतक शरीर मौत से 56 दिनों बाद दुबई से वतन पहुंचा

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सरबत्त दा भला ट्रस्ट ने अब तक 245 बदनसीबों के मृतक शरीर वारिसों तक पहुंचाए

अमृतसर, 1अगस्त (पवित्र जोत ) – अपने परिवारों को आर्थिक मंदहाली में से निकालने के लिए अपने घर,ज़मीनें गहने गिरवी रख खाड़ी मुल्कों में मेहनत मज़दूरी करने गए लोगों की हर मुश्किल घड़ी में रहबर बन सेवा रूपी मदद करने वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत दा भला ट्रस्ट चैरिटेबल ट्रस्ट के सरप्रस्त डा एस पी सिंह ओबराए के प्रयासों से अमृतसर ज़िले के कस्बा रईआ के पास के गाँव हसनपुर के 46 साला रणजीत सिंह पुत्र बग्गा सिंह का मि्तक शरीर मौत से करीब 56 दिनों बाद आज प्रातःकाल सुबह दुबई से श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा राजासांसी,अमृतसर में पहुँचा।
इस सम्बन्धित जानकारी सांझी करते सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डा.एस पी सिंह ओबराए ने बताया कि रणजीत सिंह अपने परिवार के आर्थिक हालातों को सुधारने की कोशिश करीब 20 साल पहले मेहनत मज़दूरी करने के लिए दुबई आया था। उन्होंने बताया कि आज से करीब एक साल पहले दुबई अंदर अचानक रणजीत की सेहत बिगड़ गई थी,जिसके बाद वह पक्के तौर पर वापिस पंजाब चला गया था। परिवार के बताने मुताबिक उसने पंजाब के अंदर लम्बा समय अस्पताल रह कर उसने अपना इलाज करवाया था और इलाज पर हुए ख़र्च के कारण एक बार फिर रणजीत के परिवार के आर्थिक हालात बिगड़ गए थे। जिसको देखते हुए रणजीत ने एक बार फिर दुबई जाने का फ़ैसला लिया और वह विज़टर वीज़ा पर कुछ महीने पहले ही फिर दुबई आ गया था। उन्होंने बताया कि उसने के दुबई अंदर आ कर काफ़ी भाग दौड़ की परन्तु कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए हालातों में उसे कोई पक्का काम नहीं मिल सका। उन्होंने बताया कि इसी दौरान ही उसकी माता की भी मौत हो गई, जिस कारण पहले से ही काम न मिलने कारण परेशान रणजीत ओर बेचैन रहने लगा और कुछ दिनों बाद ही परेशानी के चलते अचानक उस की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि रणजीत के परिवार ने उसकी मौत के बाद उसका मृतक शरीर वापिस लेकर आने के लिए लम्बा समय जब जदोजहद की परन्तु वह सफल नहीं हो सके। जिस उपरांत पीड़ित परिवार ने कुछ दिन पहले उनके साथ संपर्क करके अपनी बेबसी का हवाला देते मृतक देह भारत पहुँचाने में सहयोग करने के लिए कहा था। जिस उपरांत उन्होंने भारतीय दूतावास के विशेष सहयोग सदका अपने निजी सचिव बलदीप सिंह चाहल की देख -रेख में जल्द सारी अपेक्षित कागज़ी कार्यवाही मुकम्मल करवा कर रणजीत सिंह के मृतक शरीर को आज प्रातःकाल सुबह सुबह भारत भेज कर उसके वारिसों को सौंप दिया है।
ज़िक्रयोग्य है कि डा. ओबराए के प्रयासों से अब तक 245 बदनसीब लोगों के मि्तक शरीर उनके वारिसों तक पहुँचा जा चुके हैं।
हवाई अड्डे से मृतक शरीर लेने पहुँचे रणजीत सिंह के भाई बलकार सिंह,स्रवण सिंह,अमनदीप सिंह के इलावा अन्य पारिवारिक सदस्यों ने उसकी मृतक देह लेकर आने के लिए बड़ा सहयोग करने पर डा.एस पी सिंह ओबराए का तह दिल से शुक्राना करते बताया कि उन्होंने तो उम्मीद छोड़ दी थी कि रणजीत सिंह का मृतक शरीर अब भारत आ सकेगा परन्तु हमारे लिए ईश्वर बन आए ट्रस्ट के प्रमुख डा एस पी सिंह ओबराए की वजह से ही आज उनको करीब 2 महीनों बाद रणजीत सिंह के अंतिम दर्शन नसीब हो सके हैं। उन्होंने इस बड़े परोपकार के लिए डा. ओबराए का विशेष धन्यवाद करते कहा कि उनका परिवार उनका हमेशा ऋणी रहेगा।

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