अमृतसर 26 जून (राजिंदर धानिक): सिवल सर्जन अमृतसर डा चरनजीत सिंह की अगुवाई में विश्व नशा विरोधी दिवस के मौके स्वामी विवेकानन्द मुड़वसेबा केंद्र अमृतसर में ज़िला स्तरीय नशा मुक्ति वर्कशाप का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संबोधन करते सिवल सर्जन डा चरनजीत सिंह ने कहा कि नशा एक मानसिक रोग है, हमारे समाज को अंदर से अन्दरी घुन्न की तरह खाई जा रहा है। नशें जहाँ मानवीय सेहत को खराब करने का कारण बनता है वहीं साथ ही सामाजिक रुकावट भी पैदा करता है।नशे कई तरह के हो सकते हैं जिन में अफ़ीम, चरस, गाँजा, भांग, स्मैक, शराब और तम्बाकू आदी, इस के इलावा कुछ लोग दवाएँ, गोलियाँ या कैप्सूल आदी का प्रयोग भी करते हैं।यह सभी नशे मानवीय शरीर पर बहुत ही भयानक प्रभाव करते हैं और कई प्रकार की बीमारियाँ जैसे लीवर कैंसर, मुँह /गले का कैंसर आदी का कारण बनते हैं।इस लिए यह नशे जहाँ सेहत ख़राब करते हैं वहां के साथ ही सामाजिक, आर्थिक और मानसिक तौर पर भी मानव को कमज़ोर बना देते हैं।इस लिए समूचे समाज का यह फर्ज है कि वह नशें विरोधी मुहिम में अपना योगदान डाले और अपने आस पास के लोगों को नशों का बुरे प्रभावों बारे सुचेत करे। सेहत विभाग की तरफ से इन नशे करने वालों के लिए कौंसलिंग और इलाज की सहूलतें प्रदान करवाने, मुख्य उद्देश्यों में से एक है। इलाज उपरांत मुड़वसेबा करने के लिए और इन लोगों को फिर समाज का हिस्सा बनाने के लिए मुड़वसेबा केंद्र भी खोले गए हैं। बिना छत का मकाे गए हैं। इस मौके पर नशो के नुकसान के बारे दिखाते हुए एक नु्ुकड़ नाटक सन फाउंडेशन की तरफ से पेश किया गया और सेहत विभाग की तरफ से आम लोगों को जागरूक करने के हित में एक पोस्टर भी रिलीज किया गया।इस अवसर पर डिप्टी मैडीकल कमिशनर डा गुरमीत कौर, डिप्टी डायरैकटर(डैंटल) डा शरनजीत कौर सिद्धू,डा चरनजीत कौर, बलजीत कौर जौहल, राज कौर, अमरदीप सिंह,इंद्रजीत वधावन, गुरबिन्दर सिंह,हरजिन्दर सिंह पर समूह स्टाफ शामिल हुए।