कच्चे अध्यापकों की तरफ से आत्म हत्या करने की कोशिश, पंजाब सरकार के माथे पर कलंक -वडाली, धवन
अमृतसर 16 जून (पवित्र जोत) : आज मोहाली शिक्षा दफ़्तर में सख़्त रोष प्रदर्शन कर रहे वालंटियर टीचर्ज और पटियाले में लगातार रोष प्रदर्शन कर रहे एन एस क्यू एफ और बेरोज़गार टीचर्ज को सख्ती के साथ दबाने के भ्रम छोड़ कर हक दे सरकार।
गवर्नमैंट स्कूल टीचर्ज यूनियन पंजाब के राज्य प्रधान सुरिन्दर कुमार पुआरी, जरनल सचिव बलवान बड़ी देग, ज़िला अमृतसर के प्रधान बलजिन्दर सिंह वडाली, जनरल सचिव रकेश धवन और मुख़्त्यार सिंह नारली ने कहा कि पंजाब सरकार के कच्चे अध्यापकों प्रति अड़ियल व्यवहार निंदनीय है। सरकार किये वायदे पूरे करे। उन्होंने कहा कि यह पंजाब सरकार के माथे पर कलंक है कि कच्चे अध्यापकों की तरफ से शिक्षा विभाग के मुख्य दफ़्तर आगे आत्म हत्या करने तक की नौबत आ गई है।जत्थेबंदी के नेताओं ने कहा कि यह अध्यापक पिछले लगभग 15 सालों से शिक्षा विभाग में लगातार पढा रहे हैं परन्तु पंजाब सरकार की तरफ से इन को शिक्षा विभाग में रेगुलर करने सम्बन्धित कोई भी नीति नहीं बनाई जा रही और पंजाब सरकार इन अध्यापकों के साथ मीटिंग में मसले हल करने की बजाय लगातार पक्ष मार्ग रही है जब कि यह अध्यापक 6000 रुपए तनख़्वाह पर काम कर रहे हैं। नेताओं की तरफ से पंजाब सरकार को चेतावनी दी गई है कि हर तरह के कच्चे अध्यापकों को शिक्षा विभाग में रेगुलर किया जाये नहीं तो जत्थेबंदियाँ की तरफ से संघर्ष को ओर तीखा किया जायेगा। इस से उपरांत जत्थेबंदी की तरफ से शिक्षा सचिव के दफ़्तर मोहाली आगे 18 जून को बड़े स्तर पर हो रहे रोष प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की।इस समय हरदेव सिंह भकना, कुलदीप कुमार, गुरबीर सिंह भी उपस्थित थे।