सरकार की तरफ से दी वित्तीय सहायता का लोग सही इस्तेमालः- मेयर करमजीत सिंह
अमृतसर 06 अगस्त (राजिंदर धानिक) : मेयर करमजीत सिंह और विधायक इन्दरबीर सिंह बुलारियां की तरफ से ‘प्रधान मंत्री आवास योजना‘ अधीन विधान सभा हलका अमृतसर दक्षिणी की अलग -अलग वार्डों के योग्य पायें गए लाभपात्ररियें को अपने नये मकान बनाने या मकानों की उसारी की वृद्धि के लिए दी जाने वाली वित्तीय सहायता की किश्त उनके बैंक खातों में ट्रांसफर करने सम्बन्धित पत्र दिए गए। यह वित्तीय सहायता उन्होंने गरीब परिवारों के लिए है जिन के पास अपना घर बनाने के लिए कोई साधन नहीं है या जिन की पुरानी छतों हैं जिससे यह परिवार इस वित्तीय सहायतों का सही इस्तेमाल करके अपने घरों को पक्का बना सकें। सरकार की इस योजना के अंतर्गत मेयर नगर निगम, अमृतसर की तरफ से करोड़ों रुपए की राशि लाभपातरियें को बांट चूके है।
इस मौके पर मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने अपने संबोधन में कहा कि माननीय मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह की सरकार की तरफ से लोगों के साथ जो वायदे किये गए थे वह शब्द -दर -षब्द पूरे किये गए हैं। हमें माननीय मुख्यमंत्री जी पर मान है कि वह हर एक लोग हितकारी योजनों में अपनी रूची लेकर उसे लोगों तक पहुँचा रहे हैं। इसी लड़ी में आज प्रधान मंत्री आवास योजना अधीन जरूरतमंद परिवारों को अपने मकान पके बनाने और कच्ची छतों को पक्के करने के लिए वित्तीय सहायतों के पत्र दिए गए हैं जिससे मिलने वाली राशि उनके बैंक खातों में सीधे तौर पर पहुँच जायेगी। मेयर ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से आर्थिक तौर पर पिछड़े परिवारों की मुश्किल को समझते हुए मकान की उसारी समय नींवों खोद कर उसारी की शुरूआत करने के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना के अंतर्गत विशेष तौर पर राज सरकार की तरफ से 25 हजार रुपए की ओर वित्तीय सहायतें दी जा रही है जो कि पहली किश्त 12.5 हजार रुपए की है और दूसरी किश्त बाद में समय अनुसार जारी की जायेगी। मेयर ने अपने संदेश में कहा कि सरकार की इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता किश्तों में दी जानी है, दूसरी किश्त तो ही मिलनी है यदि जिस मंतव्य के लिए यह सहायता दी गई है, उसी मंतव्य के लिए काम में लाई जाये। उहना कहा कि माननीय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की पंजाब सरकार की तरफ से लोकहित्त के लिए कई योजनाएँ अमल में लाईं जा रही हैं जिसका का लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
इस मौके पर कौंसलर दलबीर सिंह मंमणके, मोहन सिंह माढ़ीमेघा, गगनदीप सिंह सहजिरा, बलदेव सिंह संधू, परमजीत सिंह शेरगिल्ल, और भारी संख्या में लाभपातरी और इलाका निवासी मौजूद थे।