प्रधानमंत्री अवास योजना के नाम पर गरीबों के साथ लाखों की ठगी

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50 -50 हज़ार खातो में डालने से पहले ठगे लाखों रुपए
नगर निगम में मामले को करवाया जा रहा है रफा दफा
हाईकोर्ट तक लेकर जायेंगे मामला:जय गोपाल लाली
मामले की होगी तफतीश: कमिशनर
अमृतसर,21 जुलाई (पवित्र जोत)- केंद्र सरकार की तरफ से गरीब लोगों के सिरों पर छत देने के लिए पूरे देश में शुरू की प्रधानमंत्री आवास योजना की अमृतसर में धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। नगर निगम अमृतसर में स्थित दफ़्तर में 50 हज़ार की किस्त गरीबों के खातो में डालने से पहले 20 से 25 हज़ार रुपए की माँग करके पहले से ही ईश्वर के मारे गरीबों से धोखे के साथ पैसे लिए जा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि आधिकारियों और उच्च आधिकारियों को इस मामले का पता लगने के बावजूद भी निष्पक्ष कार्यवाही करने की जगह मामले को अंदर से -अंदर ही दबाया जा रहा है। मामला मशहूर होने के बाद 50 हज़ार की किश्त के पीछे 21 हज़ार रुपए लेने वालों से लिए गए पैसे वापिस करने और मामले को रफा दफ़ा करने की कोशिशें की जा रही हैं।
पिछले कुछ दिन पहले फतेहगढ़ चूड़ियाँ रोड स्थित इलाके संजय गांधी कालोनी से कुछ महिलाएं ने नगर निगम दफ़्तर में आकर प्रधानमंत्री अवास योजना मिलने वाली 50 हज़ार की राशी में से 25 हज़ार रुपए रिशवत मांगने के आरोप लगाए हैं।50 हज़ार की किश्त खातो में आने की लालसा को लेकर 15 से 21 हज़ार दे दिए गए हैं। उन औरतों का कहना था कि आगे से आने वाली किस्तों के लिए माँगी जा रही रिशवत से छुटकारा दिलाया जाये।
प्रधानमंत्री अवास योजना के अंतर्गत हो रही ठगी बाज़ी में संजय गांधी कालोनी की मनजीत कौर और नगर निगम दफ़्तर में बैठने वाले कर्मचारी का नाम सामने आया। जांच दौरान उस व्यक्ति की तरफ से आगे भी कुछ लोगों को पैसे देने सम्बन्धित कहा था। जिस के बाद नगर निगम के उच्च अधिकारी की तरफ से योजना के साथ तैनात नगर निगम के आधिकारियों जांच करने के आदेश भी जारी किये गए। जांच दौरान यह बात सामने आई कि मनजीत कौर समेत नगर निगम के में बैठने वाले कर्मचारी ने उन लोगों को पैसे वापिस करने जिनके पास से उन्होंने रिशवत के पैसे लिए थे। मनजीत कौर की तरफ से पैसे वापिस करने वाले करीब 10 परिवारों के नाम भी लिखाए गए थे। इस दौरान प्रधान मंत्री अवास योजना के लिए तैनात कर्मचारी भी मौजूद थे।
यहाँ ही बस नहीं, जानकारी मुताबिक संजय गांधी कालोनी के करीब दो से तीन दर्जन परिवारों से लाखों रुपए रिशवत लेने का अनुमान है। इसमें कपड़े का काम करने वाले पति पत्नी मासूम लोगों से ठगी मारने में शामल हैं।
आर.टी.आई एक्टिविस्ट जय गोपाल लाली ने ने कहा कि कच्चे मकानों को पक्के करने, घर के पक्का करने के लिए मिलने वाली सहायता में से ठगी मारने वाले माफी के काबिल नहीं हैं। नगर निगम के आधिकारियों समेत बहुत बड़ी कुर्सी पर बैठे लोग ठगी मारने वालों का बचाव कर रहे हैं। उनके ख़िलाफ़ भी कानूनी कार्यवाही करनी बनती है। नगर निगम के आधिकारियों के इलावा इस मामले को ले कर विजीलैंस या सी बी आई से जांच करवाई जाये। जिस के साथ संजय गांधी के इलावा अमृतसर में हो रही धक्केशाही सीधे तौर पर केंद्र सरकार और जनता के सामने आ सके और आरोपियों के ख़िलाफ़ कार्यवाही की जाये। लाली ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले को ले कर किसी प्रकार का पक्षपात किया गया तो प्रदर्शन किये जाएंगे और मामला हाईकोर्ट लेकर जायेंगे।

मामले की होगी तफतीश:कमिशनर
नगर निगम कमिशनर मलविन्दर सिंह जग्गी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मामले को लेकर निष्पक्ष जांच करवाई जायेगी। उधर अडीशनल कमिशनर सन्दीप रिशी ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में आया था जिस को लेकर आधिकारियों को तैनात किया गया था। इस सम्बन्धित क्या बातचीत हुई है। उसकी रिपोर्ट ली जायेगी।

सीधे खातो में आते हैं पैसे:कोमल मित्तल
नगर निगम अमृतसर से बदली होने से पहले कमिशनर कोमल मित्तल ने कहा थी कि प्रधान मंत्री आवास योजना के पैसे लोगों के में आते हैं। इसको ले कर कोई भी किसी को पैसा न दे। कोमल मित्तल ने कहा था कि नगर निगम स्थित दफ़्तर में बैठने वाले जिस कर्मचारी का नाम लिया गया है जांच करवाई जायेगी।

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