अमृतसर: 13 जून (आकाशमीत): पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने पंजाब में कोविड-19 से संक्रमित लोगों के दिन-ब-दिन बढ़ते ग्राफ पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पंजाब में कोरोना बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। अमृतसर में तो सबसे ज्यादा रोगी इन दिनों कोरोना ग्रस्त मिल रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री का यह निर्णय तो ठीक है कि सप्ताह के आखिरी दो दिन शनिवार व रविवार को लॉकडाउन रखा जाए, पर साथ में यह कहा है कि कुछ दुकानें खुली रहेंगी और वहां जाने के लिए भी ई-पास लेना पड़ेगा। जनता क्या करे, कोई नहीं जानता।
प्रो. चावला ने कहा कि कमाल है पंजाब के मुख्यमंत्री की सोच-समझ पर कि जरूरी वस्तुओं में उन्होंने शराब को शामिल किया है और सभी जरूरी वस्तुओं की दुकानें तो पांच या छह बजे बंद हो जाएंगी और शराब के ठेके सप्ताह के सात दिन आठ बजे तक रात को खुले रहेंगे। क्या ठेके पर जाने वालों को सरकार ने स्पेशल पास जारी किए हैं या ठेके वाले घर घर जाकर शराब देंगे। पंजाब जैसे नशाग्रस्त राज्य और अब कोरोना ग्रस्त राज्य में अगर शराब जरूरी वस्तुओं की सूची में है तो सरकार के लिए यही कहा जा सकता है अंधेर नगरी चैपट राजा। होना तो यह चाहिए कि जब तक कोरोना है शराब के ठेके पूरी तरह बंद करवा दिए जाएं और घरेलू हिंसा को भी इससे नियंत्रण में रखा जाएगा। सरकार किस सलाहकार की सलाह से यह काले फैसले कर रही है, यह भी बता देना चाहिए।