सरबत दा भला ट्रस्ट ने 65 सिकलीगर सिखों और 30 ग्रंथी सिंहों के परिवारों को दिया राशन

0
76
राशन बांटने के मौके पर सुखदीप सिद्धू, सुखजिंदर सिंह हेर, मनप्रीत संधू, नवजीत घई और अन्य।

डा. ओबराय की सरपरस्ती में निरंतर जारी रहेंगे सभी सेवा कार्य: सिद्धू, हेर

अमृतसर, 4 जुलाई (पवित्रजोत): दुनिया के किसी भी कोने में कुदरती या गैर-कुदरती मुसीबत में फंसने वाले लोगों की मदद के लिए सबसे पहले पहुंचकर उनका दुख बंटाने वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डा. एसपी सिंह ओबराय की तरफ से कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए हालात में से गुजर रहे अमृतसर के पास के ढपई् क्षेत्र के 65 सिकलीगर सिखों और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से संबंधित 30 पाठी सिंहों के परिवारों को एक-एक महीने का सूखा राशन बांटा गया।
इस संबंधी जानकारी सांझा करते हुए ट्रस्ट के माझा जोन के सलाहकार सुखदीप सिद्धू, ज़िला प्रधान सुखजिंदर सिंह हेर, महासचिव मनप्रीत संधू, वित्त सचिव नवजीत सिंह घई, उपप्रधान शिशपाल सिंह लाडी ने बताया कि अमृतसर की लपेट में बसते ढपई् क्षेत्र अंदर रहने वाले सिकलीगर सिखों के नेता हरभजन सिंह ने उनके साथ संपर्क करके बताया था कि उनके क्षेत्र के सिकलीगर बिरादरी से संबंधित लोग जो किरपान बनाने या अन्य लौहार का काम करते हैं, वह कोरोना के कारण पैदा हुए हालात दौरान आर्थिक मंदहाली में से गुज़र रहे हैं। यहां तक कि कई परिवारों को तो दो वक्त की रोटी भी बहुत मुश्किल मिल रही है। जिसको देखते सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से 65 परिवारों को एक-एक महीने का सूखा राशन दिया गया है। जबकि इसके अलावा मौजूदा हालात कारण बेरोज़गार हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से संबंधित 30 पाठी सिंहों के परिवारों को भी एक-एक महीने का राशन दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से डा.ओबराय की योग्य सरपरस्ती में अमृतसर और मजीठा क्षेत्र के 1900 परिवारों को सूखे राशन की किटें बांटी जाएंगी, जिस दौरान मध्यवर्गीय परिवारों का भी विशेष ख़्याल रखा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रस्ट की तरफ से आरंभ किए गए यह सभी सेवा कार्य निरंतर जारी रहेंगे। इस दौरान सिकलीगर सिखों और ग्रंथी सिंहों के नेताओं ने इस प्रयास के लिए डा.ओबराय और उनकी समस्त टीम का विशेष तौर पर धन्यवाद करते हुए परमात्मा आगे उनकी चढ़दी कला के लिए अरदास भी की। इस मौके प्रदीप सिंह थिंद, गुरसेवक सिंह भंगाली आदि भी मौजूद थे।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY