चंडीगढ़/अमृतसर: 14 मई ( राजिंदर धानिक ): कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निपटने में प्रदेश की कैप्टन सरकार को नाकाम ठहराते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहाकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तथा स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू तथा उनके स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही तथा नालाईकी है, जिन्होंने कोरोना की पहली लहर से सबक नहीं लिया। शर्मा ने कहाकि प्रदेश में फैली कोरोना की दूसरी लहर में मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। अगर देश की बात करें तो इसकी दर 1% के करीब है, लेकिन अगर पंजाब की बात करें तो पंजाब में इसकी दर में 2.5% के करीब है। यह आंकड़ा बहुत ही डराने वाला है। इस आंकड़े ने पंजाब की जनता के होश उड़ा दिए हैं।
अश्वनी शर्मा ने कहाकि एक तरफ आए दिन कोरोना पीड़ितों के केसों की बेतहाशा वृद्धि होने से आम आदमी भयभीत है, वहीँ दूसरी तरफ कारोबार, रोजगार तथा अन्य धंधे ठप्प होने के कारण लोगों को भारी आर्थिक मंदहाली के दौर से गुजरना पड़ रहा है। लोक हितैषी होने का दावा करने वाली कैप्टन सरकार ने अभी तक जनता को किसी भी तरह के किसी राहत का ऐलान नहीं किया है। अमरिंदर सिंह ने आर्थिक नुक्सान से जूझ रही आम जनता के लिए न तो बिजली-पानी के बिलों की कोई माफ़ी या किसी कटौती और न ही कोई अन्य राहत देने की घोषणा की है। उल्टा पिछले वर्ष के दौरान बिजली के दाम बढ़ा कर तथा इस साल के बजट के बाद नए टैक्स लगा कर जनता को लूटने का अपना गोरखधन्धा चालू रखा है।
अश्वनी शर्मा ने पंजाब सरकार द्वारा खराब वेंटिलेटर्स के उठाये मुद्दे पर पंजाब सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहाकि केंद्र सरकार ने कोरोना की पहली लहर के दौरान कोरोना संक्रमन से निपटने के लिए एक साल पहले पंजाब सरकार को जो वेंटिलेटर्स भेजे थे, उनमें से 250 से अधिक वेंटिलेटर पूरा साल बंद कमरों में धुल फाँकते रहे, तब पंजाब सरकार या इनके स्वास्थ्य विभाग को इनकी याद क्यूँ नहीं आई! कैप्टन सरकार ने तब इनकी जाँच करना या करवाना उचित क्यूँ नहीं समझा? कांग्रेसियों का काम ही है अपनी नाकामियों को दूसरों के सर पर डालना और इसीलिए यह सब किया जा रहा है। अगर साल भर कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कमरों में धूल फांकता रहेगा तो उसका खराब होना या उसमें कोई अन्य खराबी आना स्वभाविक ही है और इसे ठीक करवाने के लिए पंजाब सरकार के कहने पर तुरंत केंद्र सरकार ने टेकनिशियन भेज कर ठीक करवाने का प्रबंध कर दिया है।
अश्वनी शर्मा ने कहाकि कांग्रेसी किस हद तक जा सकते हैं इसका अंदाज़ा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि सत्ताधारी दल के कुछ नेता सरकारी केन्द्रों को वैक्सीन की आपूर्ति रोक कर अपने-अपने क्षेत्रों में टीकाकरण कैंप लगा रहे हैं, जिस से सरकारी केन्द्रों में होने वाली वैक्सीनेशन पर विपरीत असर पड़ रहा है और जनता को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अश्वनी शर्मा ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से माँग की कि कोरोना से जूझ रही जनता के लिए निर्विघन वैक्सीनेशन को यकीनी बनाया जाए। प्रदेश की जनता को इस महामारी में राहत देने के लिए कम से कम बिजली-पानी के बिल माफ़ किए जाएँ, तथा केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के लिए भेजा गया दो महीने का फ्री राशन जल्द से जल्द बांटने का प्रबंध किया जाए, ताकि महामारी से लड़ रही प्रदेश की जनता को अपना घर चलाने में कुछ मदद मिल सके।