साल 2020 में कोविड संकट दरमियान प्रशासन ने जगाई उम्मीद, सदभावना और विकास की किरण – डिप्टी कमिशनर

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नए साल में ज़िला निवासियों को मिलेगी करोना वैकसीन

अमृतसर, 30 दिसंबर (पवित्र जोत) :  साल 2020 जिस को दुनिया भर में बरसाती कोविड -19 वायरस के कारण याद किया जायेगा, दौरान ज़िला प्रशासन डिप्टी कमिशनर गुरप्रीत सिंह खेहरा के नेतृत्व में लोगों को इस घातक वायरस से बचाने के लिए उम्मीद, सदभावना, विकास और मानवीय एहसास की किरण जगाने में सफल रहा।

      ज़िला प्रसाशन की तरफ से मुश्किल हालातों का मुकाबला करते जहाँ यह यकीनी बनाया कि लोग वायरस का शिकार न हो जाएँ वहां कोरोना वायरस से पीडित लोगों को सेहत सेवाओं मुहैया करवाने में सलाघायोग भूमिका निभाई। लोगों को वायरस से बचाने के लिए प्रसासन की तरफ से किये गए यतनों की हरेक ने प्रशंसा की। डिप्टी कमिसनर के नेतृत्व में कैसे ज़िला प्रसासन की पूरी टीम लोगों की भलाई के लिए सब से आगे रही, को भी लोगों की तरफ से खूब सराहा गया। हालाँकि प्रसासन के कुछ प्रमुख अधिकारी भी कोरोना पोजिटिव हो गए थे परन्तु उन कोविड -19 ख़िलाफ़ लगातार लड़ाई लड़ी और इस से लोगों का बचाव यकीनी बनाया।

      लोगों के साथ सीधी सांझ डालते डिप्टी कमिशनर की तरफ से हर हफ्ते उन के साथ कोविड -19 महामारी बारे जागरूक करने और अपणेपन की भावना पैदा करने के लिए बातचीत की गई और लोगों की मुश्किलों को हल करन के लिए हरके बुधवार प्रातःकाल 10 बजे के बाद दुपेहर 1बजे तक अपने दफ़्तर में लोगों के साथ निजी तौर पर मिल कर उनकी मुश्किलों का निपटारा किया गया।

      कोविड -19 के गंभीर मरीजों के लिए इलाज को यकीनी बनाने के लिए सेहत संभाल सम्बन्धित बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने के उद्देश्य के साथ एक ओर महत्वपूर्ण कदम उठाते डिप्टी कमिशनर ने यह भी यकीनी बनाया कि सरकारी मैडीकल कालेज में 8साल से बंद पड़े आक्सीजन पलांट को फिर शुरू करवाया गया। इस से पहले आक्सीजन के लिए सिलंडर पर निर्भर होना पड़ता था  परंतु इस पलांट के चालू होने साथ सिलंडर पर निर्भरता कम हुई।

      इसी तरह प्रसासन ने ग्रामीण क्षेत्र के सर्वपक्षी विकास को यकीनी बनाने के मंतव्य के साथ स्मार्ट विलेज कम्पेन कृपा -1अधीन 182.16 करोड़ रुपए की लागत के साथ ग्राम पंचायतों के 566 गाँवों कोअनुदान जारी की गई है और 704 विकास प्रोजैक्ट शुरू किये

      इसी तरह कोविड -19 महामारी के मद्देनज़र प्राथमिक सेहत सेवाओं और बुनियादी ढांचे को मज़बूत के इरादो के साथ प्रसासन ने 168 हैल्थ एंड वैलनैस्स सैंटर (तंदरुस्त पंजाब सेहत केंद्र)अमृतसर को भी समर्पित किये। यह केंद्र कम्युनिटी हैल्थ अफसरों की तरफ से चलाए जा रहे हैं और अलग -अलग ग़ैर -संचारी रोगों जैसे कैंसर, सुगर, दिल की बीमारियाँ और अन्य का इलाज कर रहे हैं।

      ज़िला प्रसासन को राज सरकार के प्रमुख प्रोगरामों जैसे स्मार्ट विलेज कम्पेन, पंजाब शहरी वातावरण सुधार प्रोगराम, पंजाब शहरी आवास योजना, गार्डीयन आफ गवर्नेंस, महात्मा गांधी विकास योजना (ऐमजीऐसवीवायी), किसानी कर्ज़ मुआफी स्कीम और अन्य को सही ढंग के साथ लागू करने को यकीनी बनाने का मान भी हासिल है।

      इसी तरह कैप्टन सरकार की पहलकदमी पर ज़िला प्रसासन की तरफ से जिले में सेकंडरी के 419 और प्राथमिक के 822 स्मार्ट स्कूल भी समर्पित किये गए हैं, जिन का मंतव्य अमृतसर में डिजिटल  आनलाइन क्लासों को उतसाहत करना है।  हमारी आने वाली पीढ़ियों और उन की भलाई के लिए निर्विघ्न सहयोग जारी रखने के लिए इस साल चारदीवारी, रंगदार फर्नीचर, प्रोजेक्टर, प्रयोगसालायें और खेल मैदान जैसी सहूलतें वाले कुल 1241 स्मार्ट स्कूल बनाऐ गए हैं। आख़िरकार, भविष्य आज की चुणौतियों की अपेक्षा हमेशा रौशन होगा। डिप्टी कमिशनर ने बताया कि करोना महामारी दौरान शिक्षा विभाग की तरफ से बच्चों को पढ़ाई के साथ जोड़ने के लिए आनलाइन शिक्षा भी मुहैया करवाई गई है और पंजाब सरकार की तरफ से सीनियर सेकंडरी स्कूल के बच्चों को आनलाइन शिक्षा मुहैया करवाने के लिए मोबायल फ़ोन भी दिए गए हैं।

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