खेती बारे काले कानून तुरंत रद्द करके किसानों के राय के साथ कानून बना कर लागू करे सरकार: बाबा हरनाम सिंह खालसा
अमृतसर, 7दिसंबर ( पवित्र जोत ): दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह जी खालसा ने किसान जत्थेबंदियाँ की तरफ से दिए गए भारत बंद के बुलावे को पूर्ण समर्थन देते बंद और कामगार किसानी के संघर्ष को निर्णायक और सफल बनाने के लिए सिक्ख जत्थेबंदियाँ, संत महांपुरुष और किसानी के साथ प्यार करने वाली समूह संगत को अधिक से अधिक योगदान डालने और आगे आते केंद्र तक अपने आवाज़ पहुँचाने की पुरज़ोर अपील की है।
उन्होंने कहा कि किसानी हमारी ही नहीं पूरे विशव की रीढ़ की हड्डी है। गुरू नानक देव जी ने हाथों से काम करते और ख़ुद हल चलाया हैं। हमारा बड़ा हिस्सा कृषि और कामगार की है। सरचांद सिंह की तरफ से दी जानकारी में दमदमी टकसाल के प्रमुख ने मोदी सरकार को हठधर्मी छोड़ने और कृषि के मसले बिना देरी हल करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि साफ़ दिल किसानों के उलट पास किये गए खेती सम्बन्धित काले कानून तुरंत रद्द करने और किसानों के राय के साथ कानून बना कर लागू किये जाएँ। उन्होंने कहा कि किसानी को हक दिलाने के लिए सभी भारत के किसान मज़दूर और ख़ास कर सिख भाईचारा जानें कुर्बान करते और ठंड में लोकतांत्रिक तरीको के साथ संघरश हैं तो तो दूसरे तरफ़ प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी इस सब बारे बेफिक्र है। उन्होंने कहा कि सिख कौम किसानों के साथ है और समूह विशव भाईचारा किसानों संघरश को न केवल गौर के साथ पढ़ रहा है बल्कि पूर्ण समर्थन भी दे रहा है, इस लिए सफलता अब निश्चित है।