नवजात शिशु का हाथ काटने के मामले में कमिशन ने सिविल सर्जन से मांगी 7 दिन के भीतर रिपोर्ट

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अमृतसर 1 जुलाई (पवित्र जोत) : मजीठा रोड स्थित एक निजी अस्पताल में कथित लापरवाही की वजह से नवजात शिशु का हाथ काटने के मामले में पंजाब अल्पसंख्यक आयोग ने संज्ञान लिया है। यह शिकायत बलदेव राज निवासी गुमटाला द्वारा आयोग से की गई थी। वीरवार को आयोग के सदस्य डा. सुभाष थोबा ने सिविल सर्जन डा. चरणजीत से मिलकर सारी स्थिति रखी और उनसे सात दिन के भीतर कार्रवाई करने को कहा।
बलदेव सिंह निवासी गुमटाला के अनुसार छह माह पूर्व उनकी पत्नी ने शिशु को जन्म दिया था। बच्चा प्रीमैच्योर था। इसलिए उसे मजीठा रोड स्थित निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। यहां बच्चे को ग्लूकोज लगाया गया। ग्लूकोज की सुई सही न होने की वजह से बच्चे की कलाई पर सूजन आ गई और वह काली होने लगी। मैंने डाक्टर को इस बारे में बताया, पर उन्होंने इसे हल्के में लिया। तीस दिन बाद जब बच्चे की कलाई पूरी तरह इंफेक्टेड हो गई तब डाक्टर ने उसे पीजीआई रैफर कर दिया। इंफेक्शन ज्यादा बढ़ चुकी थी। लिहाजा पीजीआई में बच्चे का हाथ काटना पड़ा। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस में की, पर छह माह बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इधर, बलदेव सिंह की शिकायत के आधार पर अल्पसंख्यक आयोग के मेंबर डा. सुभाष थोबा ने सिविल सर्जन से मिलकर कार्रवाई करने को कहा। सिविल सर्जन ने कहा कि मामला संवेदनशील है। वह जांच करवाएंगे और रिपोर्ट आयोग को सौंपेंगे।

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