अमृतसर : 04 मार्च (राजिंदर धानिक) :
आज स्वर्णिम विजय मशाल खासा मिलिट्री स्टेशन से अपनी यात्रा के दौरान पुल मोरां पहुंची, जहां 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पुलकंजरी की एक ऐतिहासिक लड़ाई हुई I अमृतसर-लाहौर मार्ग पर अमृतसर शहर से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पुल मोरां वार मेमोरियल में कमांडर डोगराई ब्रिगेड और 1971 के युद्ध के दिग्गजों, वीर नारियों, पूर्व सैनिकों और सेवारत सैनिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया I
इस कार्यक्रम की शुरुआत पुल मोरां वार मेमोरियल में पुष्पांजलि समारोह के साथ हुई, जिसमें कमांडर डोगराई ब्रिगेड और अन्य 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी I
समारोह के दौरान वीर नारियों और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया, जिसमें उपस्थित लोगों में लांस नायक शंगारा सिंह, एम वी सी का परिवार भी शामिल था, जिन्होनें दिसंबर 1971 में पुलकंजरी के हमले के दौरान दुश्मन के किले में दुश्मन को बेअसर करने वाली दो मशीन गनों को आगे बढ़ाया I उन्होंने सेना की सर्वोच्च परम्पराओं में सर्वोच्च बलिदान दिया I भारतीय सेना की टीम ने पुल मोरां में युद्ध स्मारक से मिट्टी एकत्र की, जो नई दिल्ली में राष्ट्रिय युद्ध स्मारक का हिस्सा बनेगी I