यूनिवर्सिटी आफ की यियर अवॉर्ड के लिए गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी नामज़द
अमृतसर 27 फरवरी ( पवित्र जोत ): फेडरेशन आफ इंडियन चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फीकी) के होने वाले 16वें उच्च शिक्षा सम्मेलन – 2021 के वक्कारी “यूनिवर्सिटी आफ का यियर अवार्ड के लिए गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी को नामज़द किये जाने पर गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के समूचे भाईचारो में एक ख़ुशी का माहौल बना हुआ है। देश की 185 उच्च शैक्षिक संस्थायों में से 30 साल पूरे कर चुकी यूनिवर्सिटियों की श्रेणी में से “यूनिवर्सिटी आफ का यियर अवार्ड के लिए गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी देश की चोटी की पहली पाँच यूनिवर्सिटियों में माहिरों की तरफ से प्राप्तियाँ और अकादमिक -खोज में ऊँचे स्तर के आधार पर शुमार हुई है। इस के साथ एक बार फिर गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी का राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अकादमिक संस्थायों में कद ऊँचा हुआ है।
भारत सरकार के शिक्षा और उद्योग मंत्रालय के साथ सांझे तौर पर होने वाले फीकी के 16वें अवार्ड पर सब की नज़रों बनीं हुई हैं परन्तु गुरू नानक देव यूनविरसिटी की तरफ से जिस तरह अच्छे अंकों के साथ चोटी की पाँच यूनिवर्सिटियों में नाम बना लिया गया है किसी भी प्राप्ति से कम नहीं है। देश और विदेश के अलग अलग विषय माहिरों पर आधारित ज्यूरी सदस्यों की तरफ से यह फ़ैसला अलग अलग पहलूयों का मुलांकन करने उपरांत गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी को यूनिवर्सिटी आफ का यियर अवार्ड के लिए चोटी की देश की पाँच यूनिवर्सिटियों में नामज़द किया गया है।
गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी की इस प्राप्ति को कोविड -19 के चुनौतीपूर्ण हलातों के दौरान अकादमिक, खोज और अन्य क्षेत्रों में किये गए कामों के तौर पर देखा जा रहा है। गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछले सालों दौरान की गई प्राप्तियों के आधार पर पहले ही भारत सरकार की तरफ से उत्तरी भारत की श्रेणी -1और पंजाब की चोटी की यूनिवर्सिटी ऐलान किया जा चुका है। इस के साथ ही अलग अलग उन सोसायटियों की तरफ से भी विशेष अवार्ड दिए गए हैं जो ऊँची शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की के लिए काम कर रही हैं।
गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी के उप कुलपति प्रोफ़ैसर डा. जसपाल सिंह संधू ने फेडरेशन आफ इंडियन चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री की तरफ से यूनिवर्सिटी को देश की चोटियों की पाँच यूनविरसिटियों में शार्ट लिस्ट किये जाने पर धन्यवाद करते कहा कि वह इस नामज़दगी से प्रेरित हो कर यूनिवर्सिटी को विकास की बुलन्दियों पर ले कर जाने के लिए ऊँच शिक्षा के क्षेत्र में अपने ओर भी उपराले जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि उनके लिए जो भी योग्य आधुनिक सहूलतों की ज़रूरत पड़ेगी उपलब्ध करवाने में यूनिवर्सिटी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने अलग अलग उपकरणों, प्रयोगशालायों आदि का स्तर ऊँचा करने के लिए बनाईं जा रही योजनाओं का भी विशेष के तौर पर ज़िक्र किया।