अमृतसर, 13 जुलाई (राजिंदर धानिक) : पंजाब सरकार के छठे वेतन कमिशन ने भी अध्यापकों के साथ न्याय नहीं किया,उपर से रहती कसर पंजाब सरकार वित्त विभाग ने निकाल दी है जिसके साथ सभी प्राथमिक और सेकंडरी अध्यापकों में भारी रोष है। प्रैस को यह बयान जारी करते गवर्नमैंट स्कूल टीचर्ज यूनियन,पंजाब के जनरल सचिव बलकार वल्टोहा और एलिमेंट्री टीचर्ज यूनियन के राज्य प्रधान सुखराज सिंह काहलों ने कहा कि पंजाब के पाँचवे वेतन कमीशन की तरफ से अपनी रिपोर्ट 20 अप्रैल 2009 को जारी की गई थी। इस रिपोर्ट के जारी की गई मुख्य समाचार में पंजाब राज्य के सरकारी स्कूलों में काम करते अध्यापकों’, सेहत विभाग अधीन काम करते मुलाजिमों और पंजाब पुलिस में काम करते मुलाजिमों की सेवा हालत को मुख्य रखते हुए कनवरशन टेबल की अपेक्षा ऊँचे तनख़्वाह स्केल देने का ज़िक्र किया गया था। जबकि पूरी रिपोर्ट में यह बात शामिल थी।
इस रिपोर्ट के जारी होने के अगले दिन ही माननीय आर सी नैयर आई ए एस मैंबर सचिव पाँचवे तनख़्वाह कमीशन ने हवाला अधीन डी ओ पत्र पंजाब सरकार की मुख्य सचिव को लिख कर अध्यापकों की अलग अलग वर्गों के लिए तनख़्वाह कमीशन की रिपोर्ट के पैरा नंबर 5.64 पन्ना नंबर 102 का बाकायदा तौर पर ज़िक्र किया गया और इस को टायपोग्राफीकली मिस्टेक मानते हुए रिपोर्ट का हिस्सा मानने के लिए लिखा गया।
परन्तु बड़े अफ़सोस के साथ कहना पड़ता है कि उस समय की पंजाब सरकार ने पाँचवे तनख़्वाह कमीशन की अध्यापकों के अलग अलग वर्गों सम्बन्धित की यह सिफ़ारशें वित्त और परसोनल विभाग पंजाब सरकार की तरफ से अपने ज्ञापन नंबर 5/10 /09 – 5FP 1/665 तारीख़ 5-10 -2011 के द्वारा 1जनवरी 2006 तू लागू करन की बजाय तारीख़ 1-10 – तों लागू की गई।
अब पंजाब के छठे वेतन कमीशन की तरफ से पेश की गई अपनी रिपोर्ट के पन्ना नंबर 42 -43 पुआइंट नंबर 5.6.और 5.8 अनुसार पंजाब के पाँचवे तनख़्वाह कमीशन की सिफ़ारशें के आधार और तारीख़ 1-10 -2011 से लागू की गई सिफ़ारशें को जायज ठहराया है। यह बात विशेष तौर और ज़िक्रयोग्य है कि तारीख़ 1-10 -2011 से लागू किये गए तनख़्वाह स्केल पाँचवे तनख़्वाह कमीशन की सिफ़ारशें अनुसार हैं न कि कैबिनेट सब समिति की सिफ़ारशें अनुसार।
पंजाब सरकार के इस फ़ैसले ने शिक्षा विभाग पंजाब अधीन काम करते अलग अलग वर्गों के समूह अध्यापको में भारी रोष और गुस्सा पैदा कर दिया है।
संगठन आप से माँग करती है कि पंजाब के छठे वेतन कमीशन की सिफ़ारश के आधार पर पंजाब सरकार की तरफ से तारीख़ 1-10 -2011 अनुसार और 14 -11 -2011 को स्थापित की कैबिनेट सब समिति की तरफ से अलग अलग कैडर के लिए पे -पैरिटी बहाल करते अध्यापकों के अलग अलग वर्गों को दिए तनख़्वाह स्केल और पे बैंड बरकरार रखे जाएँ और इस को ही आधार मानते हुए और गुणनखंड 3.8 के साथ तारीख़ 31 -12 – 2015 को नये सिरे से तनख़्वाह मानी जाये जिससे अध्यापकों के अलग अलग वर्गों को इन्साफ मिल सके। इस मौके अन्य के इलावा बलजिन्दर सिंह वडाली,सुखविन्दर सिंह मान,मलकीत सिंह कद्दगिल्ल,
रकेश धवन,रजेश कुमार अवस्थी,हरदेव भकना भी उपस्थित थे।