काम पूरा करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए
अमृतसर 22 अप्रैल(राजिंदर धानिक) : – श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 400 वाँ जन्म शताब्दी समारोह पंजाब सरकार द्वारा बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। अमृतसर में गुरु का महल में गुरु तेग बहादुर जी के जन्म स्थान और गुरु साहिब के चरण छू धरती गुरुद्वारा कोठा साहिब वल्ला में उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है और नगर निगम, अमृतसर द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से इन दोनों इलाक़ो में विकास कार्यो किये जा रहे है जिनकी समीक्षा के लिए आज दिनांक 22-4-2021 को महापौर करमजीत सिंह पहले श्री कोठा साहिब गुरुद्वारा में नतमस्तक हुए और उसके उपरांत गुरुद्वारा साहिब के आस पास चल रहे विकास कार्यो का जायजा लिया और उपस्थित अधिकारियों को निर्धारित समय के भीतर और जितनी जल्दी हो सके सभी कार्यों को पूरा करने के लिए निर्देश दिए।
इस अवसर पर महापौर करमजीत सिंह ने कहा कि हमें इस गुरु नगरी की सेवा करने का सौभाग्य मिला है, जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी का जन्म हुआ है और वल्ला में उनके चरण छू धरती हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह, माननीय मुख्यमंत्री पंजाब ने इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए करोड़ों रुपये प्रदान किए हैं ताकि लोग गुरु साहिब जी के 400 वें जन्म शताब्दी समारोह का आनंद ले सकें और इसलिए नगर निगम, अमृतसर ने करोड़ों रुपये के विकास कार्य इस क्षेत्र में किए हैं जो लगभग पूरे हो चुके हैं और चल रहे कार्यों को भी एक निर्दिष्ट समय के भीतर पूरा करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वल्ला क्षेत्र में सुरक्षित पेयजल और सीवरेज प्रणाली के विकास के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा, सड़कों, फुटपाथों और सड़कों पर काम पूरा हो गया है। स्मार्ट सिटी के तहत नई आधुनिक स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र के निवासियों को विश्वास दिलाया कि वल्ला क्षेत्र के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी और जहाँ और विकास कार्यों की आवश्यकता होगी वह भी करवा दिए जायेगे ।
इससे पहले वल्ला में, मेयर करमजीत सिंह ने गुरुद्वारा श्री कोठा साहिब में माथा टेका और सभी के कल्याण के लिए वाहेगुरु से अरदास की। गुरुद्वारा प्रशासकों की तरफ से महापौर को सिरोपा दिया गया ।
इस अवसर पर पार्षद रंजीत कौर, रणजीत सिंह भगत, पूर्व पार्षद अनेक सिंह और मलकीत सिंह, कश्मीर सिंह काकू, सुखदेव सिंह सहोता, मैनेजर तरसेम सिंह, सुखराज सिंह लमदार, गुरवैल सिंह लमदार, सुखवंत सिंह सदस्य एसजीपीसी के अलावा दरबारा सिंह मट्टू। बलविंदर सिंह लम्बरदार, अमरीक सिंह लम्बरदार, जगदीश सिंह सोनू, साहिब सिंह और कश्मीर सिंह सोहल, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।