बड़े मगरमच्छों के साथ जुड़े हैं एनओसी घोटालेबाजों के तार

0
72

नगर निगम अधिकारी पुलिस को कर चुके हैं कई शिकायतें
करीब दो दर्जन मामले सामने आने के बावजूद नहीं हुई कोई गिरफ्तारी
घपलेबाज निगम के गले को लगा चुके लाखों का चूना
अमृतसर 28 अक्टूबर (पवित्र जोत): नगर निगम अमृतसर के अलग-अलग विभागों में अक्सर कोई ना कोई घोटाले सामने आते हैं लेकिन अफसोस की बात यह है कि आपसी मिलीभगत के चलते ज्यादातर घोटाले फाइलों में ही दब कर रह जाते हैं जिसके चलते घपलेबाजो के हौसले और बुलंद हो रहे हैं।
नगर निगम के एमटी पी विभाग में पिछले करीब 5 सालों से भी पहले के जाली एनओसी के घोटाले हो रहे हैं करीब दो दर्जन से अधिक एनओसी मामले सामने आने के बावजूद भी पुलिस को सूचित करने के बावजूद भी घपलेबाज पुलिस की पहुंच से बाहर है।

पिछले 5 सालों से हो रहे एनओसी घोटाले
11 अप्रैल 2017 को एन ओ सी नंबर पर 23430 रसीद नंबर 1856/44 इस घोटाले की डायरी संख्या 705, तारा जुलाई 2020 को तफ्तीश करने पर एनओसी जाली पाई गई थी। 11 अप्रैल 2017 को रसीद नंबर 9214 तहत 24750 की एनओसी सहित लाखों रुपए के घोटाले करते अन्य करीब दो दर्जन जाली एनओसी का कोई भी मामला जगजाहिर नहीं हो सका।  जिससे साबित हो रहा है कि घपलेबाजो के तार नामवर शख्सियतों के साथ जुड़े हुए हो सकते हैं। एनओसी घोटाले में जहां बाहरी लोग शामिल हो सकते हैं वहीं नगर निगम के अधिकारी या कर्मचारी का हाथ भी हो सकता है। निष्पक्ष जांच होने पर कई नामवर नाम भी सामने आने की उम्मीद है।

रजिस्टरी करने दौरान  साथ लगते हैं कई नकली ऐन.ओ  सी
जुलाई 2020 को एक पत्र भी जारी करते लिखा गया था कि भविष्य में नकली ऐन.ओ.सी को रोकने  के लिए सब रजिस्ट्रार से तारीख़ 01 जनवरी 2017 से अब तक तस्दीक हुई रजिस्टरियों के साथ तह किये गए ऐन.ओ.सी सरटीफिकेटों की कापियों भी मंगवाई जाएँ जिससे नकली डाले जाने वाले सरटीफिकेट के अंतर्गत कार्यवाही की जा सके। सब रजिस्ट्रार दफ़्तर को इस सम्बन्धित सचेत रहने के लिए भी लिखा जाये और सभी जारी हुए सरटीफिकेट को नगर निगम की वैबसाईट पर चढ़ायाजाये।

घुटालेबाज़ पर हो कार्यवाही: नरेंद्र शर्मा
________
नगर निगम के म्यूसीपल टाऊन पलानर नरेंद्र शर्मा ने कहा कि पिछले कई महीनों से सम्बन्धित पुलिस को करीब 15 शिकायतें दीं गई हैं। परन्तु आज तक कोई भी नतीजा सामने नहीं आ सका है। जिसके चलते आए दिन ही कोई न कोई ऐन.ओ.सी का मामला सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धित कोई भी विभाग का अधिकारी या कर्मचारी का नाम सामने आता है तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने बताया कि 21 अक्तूबर 2021 को जाली ऐन.ओ.सी सम्बन्धित भी शिकायत की गई है।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY