अमृतसर, 18 नवंबर (पवित्र जोत) : दमदमी टकसाल के मुखी और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने सिख पंथ के विद्वान व चिंतक चरणजीत सिंह लांबा द्वारा रचित पुस्तक “साखी सिख रहित मर्यादा जी की”को जारी करते उनके द्वारा मर्यादा के बारे खोज और तथ्यों पर आधारित पुस्तक प्रकाशित करने की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि सिख विचारक गुरचरणजीत सिंह लांबा को गुरबानी, गुरमति और पंथिक मुद्दों के अच्छे जानकार थे। उन्होंने कहा कि लांबा, दमदामी टकसाल के प्रमुख संत ज्ञानी करतार सिंह खालसा और संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरांवाले के संगम की गर्माहट का आनंद लेते हुए, गुरमतिके विशेष रहस्यों को समझा।
प्रो सरचंद सिंह के अनुसार, दमदमी टकसाल प्रमुख ने हर गुरसिख को सतगुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज द्वारा खाल से को खंडे बांटते के अमृत की धार से बक्शीश की गई गुरसिक्खी रहित मर्यादा पर पूरी श्रद्धा विश्वास व दृढ़ता के साथ पहरा देने की अपील की । उन्होंने कहा कि लांबा द्वारा रचित पुस्तक“साखी सिख रहित मर्यादा जी की” सिख विद्वान प्रचारको विद्यार्थियों और संगतों को लाभ प्रदान करेगी ।इस मौके संत बाबा प्रदीप सिंह बोरेवाल धर्म प्रचार कमेटी मेंबर भाई अजेब सिंह प्रोफेसर सचान सिंह व अन्य उपस्थित थे