टीबी के मरीजों की जानकारी अब प्राइवेट डॉक्टरों को देना जरूरी हुआ

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नियमों का उल्लंघन करने पर हो सकती है बड़े स्तर पर कार्रवाई
अमृतसर में नोटिफिकेशन पर अच्छा कार्य करने पर वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर एनजीओ सरकार द्वारा सम्मानित

अमृतसर 17 नवंबर (पवित्र जोत) :  पंजाब सरकार ने अब प्रत्येक प्राइवेट डॉक्टरों को टीबी के मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देना अनिवार्य कर दिया है डॉक्टर द्वारा ऐसा न करने पर स्वास्थ्य विभाग मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया एमसीआई के अधिनियम के तहत संबंधी डॉक्टर का लाइसेंस रद्द कर सकता है अमृतसर में वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर एनजीओ के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा फील्ड में काम किया जा रहा है
जानकारी अनुसार पंजाब सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक राज्य को टीबी मुक्त बनाने के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित किया गया है सरकारी , गैर सरकारी एवं ले बोरियों में आने वाले टीबी के मरीजों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में पहुंचाना एमसीआई अधिनियम 1956 के नियम 2002 के अनुसार देना अति आवश्यक है विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि डॉक्टर इसकी जानकारी जिला टीबी अधिकारी को दे सकते हैं यदि वह नियमों का उल्लंघन करते हैं तो संबंधित डॉक्टर पर दंडनीय अपराध लागू भी होता है अमृतसर जिले की बात करें तो सरकार द्वारा प्राइवेट डॉक्टरों से नोटिफिकेशन लेने के लिए वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर एनजीओ का सहयोग लिया जा रहा है जो कि फील्ड में काफी अच्छा काम कर रही है नियमों के अनुसार जो मेडिकल स्टोर अपने स्तर पर प्राइवेट तौर पर मरीजों को टीबी की दवाई दे रहे हैं उनके पास भी रिकॉर्ड होना बेहद जरूरी है तथा प्राइवेट डॉक्टरों के पास भी इस संबंधी मरीजों की पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए

सिविल सर्जन डॉक्टर चरणजीत सिंह ने बताया कि वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स द्वारा बेहद प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है एनजीओ द्वारा टीबी के प्राइवेट डॉक्टरों से हर महीने ढाई सौ से 300 के करीब नोटिफिकेशन इकट्ठा की जा रही है एन जी ओ के फील्ड अधिकारी जहां लगातार मरीजों के संपर्क में रहते हैं वही ट्रीटमेंट कोऑर्डिनेटर अधिकारी भी लगातार हर सप्ताह मरीजों से बातचीत करके उनकी समस्याओं का समाधान निकाल रहे हैं एनजीओ द्वारा बेहतरीन कार्य करने के कारण उन्हें आज सरकार तरफ से सम्मानित भी किया गया है यदि ऐसे ही कार्य चलता रहा तो जल्द ही हम पंजाब को टीबी मुक्त राज्य बना सकते हैं उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर नोटिफिकेशन एनजीओ को नहीं दे रहा उनके खिलाफ नियमों के अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी
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सिविल सर्जन डॉक्टर चरणजीत सिंह ने बताया कि प्राइवेट डॉक्टरों द्वारा जिले में टीबी के मरीजों की जानकारी समय-समय पर वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स एनजीओ के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग को दी जा रही है जो कि प्रशंसनीय कार्य है ऐसे अच्छा काम करने वाले डॉक्टरों को सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा उन्होंने बताया कि एनजीओ द्वारा जहां मरीजों के साथ लगातार दवा चलने की अवधि 6 से 8 महीने तक संपर्क में रहा जाता है वही एनजीओ के कर्मचारी भी लगातार डॉक्टर स संपर्क में रहते हैं ताकि उनके पास आने वाले मरीजों को सरकारी योजनाओं का लाभ निशुल्क मिल सके

सिविल सर्जन डॉक्टर चरणजीत सिंह ने बताया कि जब से फील्ड में वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर एनजीओ काम कर रही है तब से प्राइवेट डॉक्टरों से सरकार की टीबी मरीजों संबंधी नोटिफिकेशन में इजाफा हुआ है पहले डेढ़ सौ से 180 के करीब नोटिफिकेशन इकट्ठा की जाती थी परंतु अब हर महीने ढाई सौ के करीब प्राइवेट डॉक्टरों से नोटिफिकेशन इकट्ठा की जा रही हैं एनजीओ के सहयोग से विभाग द्वारा प्राइवेट डॉक्टरों से भी संपर्क कायम किया जा रहा है उन्होंने कहा कि सभी प्राइवेट डॉक्टरों को एनजीओ का सहयोग करना बेहद जरूरी है ताकि किसी भी मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े तथा उसका समय पर फॉलो अप हो सके

जिला टीबी अधिकारी डॉ नरेश चावला ने बताया कि विभाग की सचिव द्वारा भी नोटिफिकेशन के संबंध में राज्य के सभी जिला अध्यक्षों को पत्र जारी किया गया है तथा इस संबंध में अमृतसर जिले के सभी चेस्ट स्पेशलिस्ट ओं को अवगत करवा दिया गया है नियमों को ना मानने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स एनजीओ के सहयोग से जिले में जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है इसके अलवा स्लम क्षेत्रों में विशेष कैंप लगाकर मरीजों को दवा दी जा रही है एनजीओ के सहयोग से मरीजों के घरों तक पहुंच कर उनकी समस्याओं का हल किया जा रहा है डॉ नरेश चावला ने प्राइवेट डॉक्टर से अनुरोध किया कि फील्ड में आने वाली वर्ल्ड हेल्थ पाटन एनजीओ के कर्मचारियों का सहयोग किया जाए ताकि सरकार द्वारा निर्धारित किए गए समय में राज्य से टीबी को जड़ से खत्म किया जा सके एनजीओ द्वारा अच्छा कार्य करने के संबंध में सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया है
वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर प्रोजेक्ट के डायरेक्टर सुखविंदर सिंह ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों के सहयोग से नोटिफिकेशन अमृतसर में काफी अच्छी आ रही है मरीजों की सुविधा के लिए सरकार द्वारा जब तक उनका इलाज चल रहा है उनके खाते में हर महीने ₹500 डाइट के हिसाब से देने का प्रावधान है ताकि मरीज उपचार के दौरान अच्छी डाइट लेकर तंदुरुस्त रह सके वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स ओं के इलाज खत्म होने तक उसका पूरी तरह से फॉलो करती है पंजाब में पहले भी वर्ल्ड हेल्थ पार्टनर्स मरीजों को अच्छी सेवाएं दे चुकी है तथा अब अमृतसर में इंडियन मेडिकल काउंसिल एसोसिएशन तथा प्राइवेट डाक्टरों के सहयोग से टीबी को खत्म किया जा रहा है उन्होंने बताया कि अमृतसर में अच्छा कार्य करने पर सरकार द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया गया है इस अवसर पर ऑपरेशन लीड अधिकारी देवेंद्र सिंह भी उपस्थित थे

डब्ल्यूएचओ के डॉक्टर मांझी ने बताया कि टीबी की रोकथाम के लिए प्राइवेट सेक्टर में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन अपना अच्छा कार्य कर रही है जिले में मरीजों को सरकारी योजनाओं का लाभ ही प्राइवेट सेक्टर में मिल रहा है जो मरीज प्राइवेट सेक्टर में भी सरकारी दवाखना चाहता है उसे एनजीओ द्वारा वहीं प्राइवेट अस्पताल में मुफ्त में दवा भी उपलब्ध करवाई जा रही है जो टेस्ट प्राइवेट तौर पर टीबी से संबंधित महंगे हो रहे हैं उन्हें निशुल्क करवाया जा रहा है सरकारी अस्पतालों की भांति प्राइवेट अस्पतालों में भी टीबी का उपचार निशुल्क में एनजीओ के सहयोग से करने का प्रावधान है

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